संजय सागर
बड़कागांव : बड़कागांव प्रखंड में लोकआस्था का चार दिवसीय महापर्व चैती छठ पूजा, उदीयमान सूर्य को अर्घ्य देने के साथ ही समपन्न हो गया. सोमवार को अहले सुबह से ही बड़कागांव के विभिन्न गांवो के छठ घाटों पर छठ व्रतियों और श्रद्धालुओं की भीड़ लगनी शुरू हो गई थी. सभी ने नेम-निष्ठा के साथ भगवान भास्कर को अर्घ्य अपर्ण कर सुख, शांति और समृद्धि की कामना की. छठवर्ती सोमवार 4:30 अपने अपने घरों से घाट के लिए निकले, जहां पहुंचकर पानी में डूब कर भगवान सूर्य की उदय होने का इंतजार करने लगे. जैसे ही 5:55 पर घड़ी की सुई पहुंची, वैसे ही पूरब दिशा में सूर्य अपनी लाल आभा लिए हुए चमकता दिखाई दिया. जिसे देखकर छठ व्रतियों के चेहरे खिल उठे. और ढोल नगाड़े बजने लगे. छठवर्ती भगवान सूर्य को अरघय देने लगे. तत्पश्चा पी छठ घाट में ही छठवर्ती भगवान सूर्य एवं छठ माता की कथा सुनकर पूजा अर्चना किया इसके बाद बरखा गांव के सुप्रसिद्ध सूर्य मंदिर में चक्रवर्तियों ने पूजार्चना किया. इसके बाद बड़ागांव के हर मंदिरों में प्रसाद चढ़ाया गया. ग्रामीणों के बीच प्रसाद वितरण किया गया .बड़कागांव में तारिणी प्रसाद चौरसिया, अनिल पांडेय, शशि कुमार मेहता, शिक्षिका नीलू कुमारी, बड़कागांव ,दैनिक बाजार में मुरली सोनी, गुरु चट्टी में झमन प्रसाद,अरुण महतो, यद्दू प्रसाद दांगी, सिकंदर महतो, उमेश महतो (टायर दुकान), राजू महतो, घूरघूर महतो, प्रीतम महतो, विश्वनाथ महतो, प्रेम दांगी, बालेश्वर महतो, कमल महतो, रमेश साव, पहरा में जितेंद्र नाथ सिंह, समेत अन्य घरों में चैती छठ पूजा की गई. चैती छठ पूजा बड़कागांव, हरली, बादम सांढ, विश्रामपुर, नयाटांड़, गोसाई बलिया, नापोखुर्द, तलसवार, महुगाई खुर्द , चंदोल , सिकरी आदि गांव में मनाई गई.